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Sunday, December 2, 2018

*थोड़ा सा*🙅

*थोड़ा सा और निखर जाऊं, यही मैंने ठानी है,*

*ऐ जिंदगी, थोड़ा रुक, अभी मैंने हार कहाँ मानी है !!*..