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Sunday, August 5, 2018

Mara be ak makan

अपनी यादों के शहर में, मेरा भी इक मकान बना देना
चिट्ठी कोई भेजे तो मेरा पता तुम, अपना दिल बता देना

बहुत मिलेंगे मुझसे, तुम सबको मुझसे मिला देना
ख्वाब जो जाने कोई तुम्हारा, मेरी चाहत बता देना

कल मैं ना रहूँ तो भी, तुम मेरा अरमान निभा देना
कोई पूछे तुमसे तुम्हारा कल, तो मेरा नाम बता देना

अपनी यादों के शहर में, मेरा भी इक मकान बना देना.....

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